BBTV:पीरियड जिससे हर महीने में एक लड़की का सामना होता है ।लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें पीरियड में काफी ज्यादा दर्द होता है और वह उनकी लाइफस्टाइल इससे प्रभावित हो जाती है ।
पीरियड्स में दर्द नॉर्मल बात है लेकिन बहुत ज्यादा दर्द एंडोमेट्रियोसिस बीमारी के संकेत हो सकते हैं ।यह महिलाओं के गर्भाशय और दूसरे अंगों में भी फैल सकती है। इस बीमारी का अगर वक्त रहते इलाज नहीं किया गया तो कई महिलाएं मां बनने का सुख भी प्राप्त नहीं कर पाती हैं।एंडोमेट्रियोसिस की बीमारी क्या है? इसके लक्षणों का पता कैसे लगाएं. आइए जानें…
एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण
महिलाओं के गर्भाशय में एक परत होती है। जिसे एंडोमेट्रियम कहते हैं ।जब इसका टिश्यू गर्भाशय के बाहर फैलोपियन ट्यूब में मिलने लगता है तब इस स्थिति को एंडोमेट्रियोसिस कहा जाता है ।इस तरह से टिश्यूज शरीर के किसी भी हिस्से में फैल सकता है। यह आंत, अपेंडिक्स, फेफड़ा, लिवर और ब्रेन में भी आसानी से मिल सकता है ।
पीरियड्स के दौरान काफी ज्यादा दर्द होता है ।यह एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण होते हैं ।
यह बीमारी इतने गंभीर होते हैं कि किसी भी महिला को चलने-फिरने या कोई काम करने में परेशानी हो सकती है। अगर यह बीमारी किसी महिला को हो जाए तो उनकी जिंदगी पूरी तरह से प्रभावित हो सकती है ।
इस बीमारी में महिलाओं को पीरियड से पहले और उसके बाद गंभीर दर्द हो सकता है ।इसे कंट्रोल करने के लिए कई महिलाएं पेनकिलर्स का इस्तेमाल भी करती हैं लेकिन यह शरीर के लिए काफी ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है ।
एंडोमेट्रियोसिस में होने वाला दर्द बहुत ज्यादा परेशान कर सकता है।इस दर्द की वजह से महिला डिप्रेशन में भी जा सकती है ।
50 प्रतिशत महिलाएं फर्टिलिटी संबंधी समस्याओं की शिकार
एंडोमेट्रियोसिस के कारण 50 प्रतिशत महिलाएं फर्टिलिटी संबंधी समस्याओं की शिकार होती है। फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए सर्जरी और दूसरे इलाज का सहारा लेना पड़ता है।कई बार इस बीमारी का पता स्कैन के जरिए लगाना पड़ता है ।एंडोमेट्रियोसिस एक गंभीर बीमारी है इसे दवा के जरिए ही कंट्रोल किया जा सकता है ।