Arvind Kejriwal New House: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पहले पद बदला यानी वो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सिर्फ विधायक और आम आदमी पार्टी के संयोजक भर रह गए. आज उनका पता भी पूरी तरह बदल गया और उनका नया पता लुटियन में मंडी हाउस के नजदीक 5, फिरोजशाह रोड स्थित आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल का आधिकारिक आवास है. जहां अब केजरीवाल अपने पूरे परिवार जिसमें उनके माता-पिता भी उन्हीं के साथ रहेंगे.
हालांकि इससे पहले भी केजरीवाल का पता बदलता रहा है चाहे उन्होंने अलग-अलग जगहों पर पढाई कि हो या फिर नौकरी में आए हो या जब से नेता बने हो, उनके पते बदलते रहे. लेकिन इस बार उनका पता बदलने पर उसकी चर्चा इसलिए भी ज्यादा हो रही है क्योंकि दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित जो मुख्यमंत्री आवास मिला था. उसे केजरीवाल ने जैसा की मीडिया में खबरें चली थी और उनके विरोधियों ने आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने सरकारी आवास को शीशमहल में तब्दील कर दिया था.
पांच महीने तक रहे जेल
वैसे केजरीवाल करीब 9 साल तक इस मुख्यमंत्री आवास जिसे शीशमहल कहा जाने लगा उसमें ठाट से अपने पूरे परिवार के साथ रहे. लेकिन जांच एजेंसियों ने दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें आरोपी बनाया और वो जेल गए. जहां उन्हें करीब साढे़ पांच महीने तक रहना पड़ा और जब उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी और जब वो जेल से बाहर आए तो उन्होंने कुछ ही दिनों बाद अचानक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
ऐसे में केजरीवाल को अपनी पसंदीदा मुख्यमंत्री आवास छोड़ने की नौबत आ गई. हालांकि जब उन्होंने इस्तीफा दिया तब पितृपक्ष आ गया, जिसके कारण उन्हें 15 दिन और मुख्यमंत्री आवास में रहने की महोलत मिल गई. तब केजरीवाल ने लोगों से कहा था कि पितृ पक्ष खत्म होने के बाद और नवरात्र शुरू होते ही मैं सीएम आवास छोड़कर आपके किसी भी घर में आ जाऊंगा और आपके साथ रहना शुरू कर दूंगा.
केजरीवाल के साथ परिवार
आज वो दिन आ गया जब केजरीवाल को बड़े ही बुझे और दुखी मन से अपने परिवार के साथ अपना पसंदीदा सरकारी आवास छोड़ना पड़ा. इस दौरान केजरीवाल को पुराने घर के कर्मचारियों द्वारा भावभीनी विदाई दी गई और केजरीवाल ने भी उन्हेंन गले लगाया फिर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने चाबियां एक अधिकारी को सौंप दी. अरविंद केजरीवाल जब सीएम आवास से बाहर निकल रहे थे तो अपने पिता का हाथ पकड़ रखा था. वहीं उनकी पत्नी सुनीता ने केजरीवाली की मां का हाथ पकड़ रखा था.
केजरीवाल जिस सरकारी आवास में शिफ्ट हुए वो उनकी ही पार्टी आप के नेता और राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल का आवास है. इधर आप का कहना है अब जब तक जनता की अदालत में जनता उनकी ईमानदारी पर मुहर लगाकर उन्हें फिर से मुख्यमंत्री नहीं बनाती तब तक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री आवास में नहीं रहेंगे. यह दूसरी बार है जब वे नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में रहेंगे. इससे पहले साल 2014 में उन्हें तिलक लेन में आवास आवंटित हुआ था. इसके बाद वे सिविल लाइन में शिफ्ट हो गए थे. 13 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था.