Bihar Hooch Tragedy: बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब का कहर देखने को मिल रहा है. राज्य में जहरीली शराब से बुधवार की सुबह तक कुल 15 लोगों की मौत हो चुकी है. जिन 15 लोगों की मौत हुई है उनमें 10 लोग सिवान और पांच लोग सारण के शामिल हैं. जबकि शराब पीने वाले 39 लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं.
जिन लोगों ने जहरीली शराब पी थी उनमें से पांच लोगों की हालत गंभीर है और उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. जो 39 लोग अस्पताल में भर्ती है उनमें से 29 सिवान के और 10 लोग सारण के अस्पताल में भर्ती हैं. बीमार और उनके परिजन जहरीली शराब लेने की बात कह रहे हैं. जबकि प्रशासन द्वारा भी इसकी पुष्टि हो चुकी है
क्या बोले अधिकारी
सिवान और सारण जिलों के डीएम और एसपी ने मौत की वजह जहरीली शराब को बताया है. हालांकि अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है लेकिन यह आने के बाद ही इसकी सही पुष्टि होगी. लेकिन दूसरी ओर इस घटना के बाद पुलिस ने सिवान से करीब आठ और सारण से करीब एक दर्जन शराब बेचने वालों को हिरासत में लिया है.
सारण एसपी कुमार आशीष ने बताया कि मशरक थाना के बीट के पुलिस पदाधिकारी और चौकीदार को सस्पेंड कर दिया गया है. लीकर टास्क फोर्स प्रभारी और मशरक थाना अध्यक्ष को शो-काज नोटिस भेजा गया है. जबकि सिवान एसपी ने भगवानपुर थाने के दो चौकीदारों को सस्पेंड कर दिया है. जबकि एसआई और एएसआई पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है.
पहले भी हुई ऐसी घटना
हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है जब इस तरह की घटनाएं बिहार में हुई है. इससे पहले सिवान में 16 अक्टूबर 2022 को भी जगरीली शराब का कहर देखने को मिला था. तब जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई थी. वहीं 23 जनवरी 2023 को भी जहरीली शराब पीने से लकड़ीनबीगंज में छह लोगों की मौत हो गई थी.
जबकि पहली बार अप्रैल 2016 में शराब पर बैन लगाया गया था. लेकिन इसके बावजूद लगातार अवैध तौर पर शराब बेचने की शिकायतें मिलती रहती हैं. बीते साल एक बयान में बिहार सरकार ने माना था कि अप्रैल 2016 से अब तक 160 लोगों की मौत जगहरीली शराब के सेवन से हुई है, जिसमें सबसे ज्यादा 75 लोगों की मौत अकेले सारण जिले में हुई है.