Mahila Sammaan Yojana: ये लो जी, सर जी का मास्ट्रक स्ट्रोक. झारखंड में मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना और महाराष्ट्र में लाडली बहना योजना के बाद आखिरकार दिल्ली में केजरीवाल ने भी इन्हीं की तर्ज पर अपना बहुप्रतिक्षित मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना लॉन्च कर दिया. अब सवाल ये कि कांग्रेस और बीजेपी का क्या होगा क्योंकि आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल की टाइमिंग का तो जवाब ही नहीं और अदा तो लाजवाब.
जैसा कि झारखंड से लेकर महाराष्ट्र तक चुनाव से एन पहले महिलाओं के लिए ऐसी घोषणा ने जीत को आसान बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है तो महिलाओं से भरी छोटी लेकिन भरी-भरी नजर आ रही एक सभा में अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री आतिशी की मौजूदगी में कैसे महिला सम्मान योजान का ऐलान किया पहले उसे सुन लीजिए, फिर इसका विश्लेषण भी करेंगे.
पैसा हो जाएगा डबल
आपने केजरीवाल को महंगाई से परेशान दिल्ली की महिलाओं का दर्द सुना नहीं गया और उन्होंने इस योजना को और भी महंगा कर दिया क्योंकि इसका बजट कहां से आएगा वो तो दुनिया जानती है. लेकिन महिलाओं की तो लॉटरी लग ही गई. बस में मुफ्त यात्रा तो पहले से ही चल थी और अब फिलहाल 1000 रुपए नकद का भी इंजताम हो गया जो चुनाव के बाद अगर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो ये रकम दोगुने से भी ज्यादा यानी 2100 रुपए मिलने लगेगी.
वाह… पैसा दोगुना करने की ऐसी स्कीम तो अब कोई प्राइवेट बैंक भी नहीं दे पाता है. खैर ये नेता हैं. कुछ भी कर सकते हैं. फिलहाल दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना के साथ ये भी कहा कि कल से शुरू हो रहा रजिस्ट्रेशन 2100 रुपये का होगा और चुनाव के बाद महिलाओं को योजना में 1000 रुपये की बजाए 2100 रुपये दिए जाएंगे. यानी चुनाव से पहले महिलाओं को 1000 रुपये मिलने का ही अनुमान है.
गौरतलब है महिला सम्मान योजना के तहत दिल्ली की 18 साल से 60 साल की उम्र तक की महिलाए इसका फायदा उठा सकेंगी. केजरीवाल ने जैसा कि महिलाओं को लेकर अपनी भावना भी व्यक्त की और कहा कि महिलाएं अपने परिवार की धुरी होती हैं और यह योजना इस सरकार का एक अहम कदम है जो विमर्श और समानता की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. वैसे आपको बता दें कि इसमें कुछ नियम भी हैं. जैसे कि
इन्हें नहीं मिलेगा लाभ
जो महिलाएं सरकारी नौकरी में हैं या फिर पेंशन ले रही हैं उन्हें इस योजना से बाहर रखा गया है. जो महिलाएं अपना ITR फाइल करती हैं वो भी इस योजना का लाभ नहीं ले पाएंगीं. जिन महिलाओं का अपना बिजनेस है या जो दिल्ली की रहने वालीं नहीं हैं वो भी इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगीं.
बहरहाल, महिलाओं से जुड़ी ये योजना केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए जीत की गारंटी हो सकते हैं क्योंकि झारखंड में तो हेमंत सोरेन को महिलाओं वोटरों ने हाथों हाथ लिया और मतदान के मामले करीब 65 से ज्यादा सीटों पर पुरुषों से ज्यादा मतदान किया. इसी तरह महाराष्ट्र में चुनाव से एन पहले लाडली बहना योजना ने भी महायुति की महाविजय में महा भूमिका निभाई. लेकिन यहां से सवाल भी अहम की इस योजना को दिल्ली सरकार ने तो हरी झंडी दिखा दी है लेकिन जैसा कि दिल्ली में एलजी बनाम सीएम के टकराव की आशंका बनी रहती है तो उसके मद्देनजर इस पर कब मुहर लगती है इसपर सबकी नजर रहेगी.