Mohammad Amir Retirement: पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने शनिवार को फिर इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. 32 साल के गेंदबाज ने इसी साल की शुरुआत में इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी थी. लेकिन वापसी के कुछ ही महीनों बाद ही उन्होंने फिर से संन्यास लेने का फैसला किया है. इसकी जानकारी मोहम्मद आमिर ने सोशल मीडिया के जरिए दी है.
आमिर ने पोस्ट कर लिखा, “सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद, मैंने इंटरनेशलन क्रिकेट से संन्यास लेने का कठिन फैसला लिया है. ये फैसला कभी भी आसान नहीं होते, लेकिन अपरिहार्य होते हैं. मुझे लगता है कि अगली पीढ़ी के लिए यह सही समय है कि वे पाकिस्तान क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं! अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और हमेशा रहेगा.”
271 विकेट लिए
उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि मैं ईमानदारी से पीसीबी, अपने परिवार और दोस्तों और सबसे बढ़कर अपने प्रशंसकों को उनके निरंतर प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. तेज गेंदबाजी ने 2009 में अपना डेब्यू किया था. तब से लेकर अभी तक सभी फॉर्मेट में अपने नाम 271 इंटरनेशनल विकेट लेकर रिटायर हुए हैं. उन्होंने टेस्ट में 119, वनडे में 81 और टी20 में 71 विकेट लिए हैं.
मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान के 2009 टी20 विश्व कप की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और कई यादगार प्रदर्शन किए थे. इसके अलावा उन्होंने भारत के खिलाफ 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में मैच जीतने वाला स्पैल भी फेंका था. हालांकि आमिर की प्रतिभा निर्विवाद थी, लेकिन उनका करियर विवादों से घिरा रहा.
फिक्सिंग का दाग
पाकिस्तान के इंग्लैंड दौरे के दौरान 2010 स्पॉट फिक्सिंग कांड में उनके शामिल होने पर प्रतिष्ठा को धूमिल कर दिया. आमिर ने तत्कालीन कप्तान सलमान बट के निर्देशों के तहत लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान जानबूझकर नो-बॉल फेंकी थी. एक स्टिंग ऑपरेशन द्वारा उजागर किए गए इस कांड के कारण आमिर को पांच साल के लिए क्रिकेट से बैन कर दिया गया था.
इसके अलावा सलमान बट और मोहम्मद आसिफ के साथ यूके में कुछ समय के लिए जेल की सजा काटनी पड़ी थी. बैन पूरा करने के बाद, आमिर ने 2016 में इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की और पाकिस्तान के लिए बेहतरीन तेज गेंदबाज साबित हुए, खास तौर पर 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी की जीत के दौरान उनके प्रदर्शन को याद किया जाता है.