होमबॉलीवुडBollywood: अपनी फिल्मों पर प्रकाश झा...

Bollywood: अपनी फिल्मों पर प्रकाश झा बोले- ‘फिल्म के स्टोरी लिखना सबसे मुश्किल हिस्सा, मैंने ‘गंगाजल’ के लिए 8 साल में 13 बार लिखी’

Bollywood: फेमस फिल्म डायरेक्टर प्रकाश झा ने कहा है कि किसी भी फिल्म के लिए स्टोरी लिखना फिल्म बनाने का सबसे कठिन हिस्सा होता है. फिल्म डायरेक्टर ने यह बात शुक्रवार को देहरादून में कही है. प्रकाश झा ने कहा कि वह अपनी फिल्म के लिए लिखी गई स्टोरी को कई बार ड्राफ्ट करते हैं.

प्रकाश झा ने कहा कि कई बार ड्राफ्ट करने के बाद अंतिम में फाइनल करने से पहले वह इंडस्ट्री के कई बड़े फिल्म राइटर को दिखाते हैं और उसके बाद वह इसे फाइनल करते हैं. वह देहरादून में भारत के क्राइम लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे संस्करण के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने से लिए आए थे.

स्टोरी लिखने के बाद फिल्म बनाना आसान- डायरेक्टर

समारोह में उन्होंने कहा कि फिल्म की स्टोरी जब एक बार तैयार हो जाती है तो उसके बाद उस फिल्म को बनाना आसान हो जाता है. उन्होंने अपनी फिल्मों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ‘गंगाजल’ की स्टोरी लिखने में उन्हें कुल 8 साल लगे, जबकि ‘राजनीति’ की स्टोरी लिखने में उन्हें छह साल लगे थे.

उन्होंने बताया कि इन फिल्मों के लिए स्टोरी के ड्राफ्ट कई बार लिखे गए. दरअसल, प्रकाश झा गंगाजल, राजनीति, अपहरण और आरक्षण जैसी सामाजिक और राजनीतिक प्रष्टभूमि से जुड़ी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कहा कि फिल्म की स्टोरी लिखने के लिए काफी समय लगता है और यह समय लेने वाली प्रक्रिया है.

अपराध इंसानों में नेचुरल आता है- प्रकाश झा

प्रकाश झा ने कहा कि मैं इसका पूरा आनंद लेता हूं. फिल्म गंगाजल के लिए मुझे स्टोरी लिखने में 8 सला लगे थे. मैंने इस फिल्म के लिए 13 बार स्टोरी लिखी थी. फिल्म राजनीति के लिए स्टोरी लिखने में मुझे करीब छह साल लगे थे. अपराध इंसानों में बहुत ही नेचुरल तरीके से आता है.

Sambhal Jama Masjid: सुप्रीम कोर्ट के संभल मामले पर आदेश के बाद हिंदू पक्ष ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में कैविएट दाखिल की

फिल्म डायरेक्टर ने कहा कि क्राइम के बगैर रामायण और महाभारत जैसे हमारे सर्वश्रेष्ठ महाकाव्य नहीं लिखे जा सकते थे. इन दोनों ही महाकाव्यों के पात्रों के द्वारा की गई गलतियां उनकी कहानियों को आगे ले जाती हैं और उन्हें महाकाव्य का स्तर प्राप्त कराती हैं. अगर कोई क्राइम नहीं होता थो मैं अपनी स्टोरी कहां से लाता.

ये भी पढ़ें

बुलंद भारत स्पेशल

टॉप स्टोरी