Delhi Assembly Election 2024: दिल्ली की AAP सरकार के तीसरे बड़े कैबिनेट मिनिस्टर कैलाश गहलोत ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया. अब उनके बीजेपी में जाने की अटकलें हैं. लेकिन अगर बीते 9 सालों की सियासत पर नजर डालें तो दिल्ली सरकार के 10 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है.
दिल्ली सरकार के मंत्रियों के इस्तीफा देने की संख्या लगातार बढ़ रही है. कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा- “तीन मंत्रियों का इस्तीफा वो भी एक ही साल में सिर्फ दिल्ली सरकार में ही संभव है.” हालांकि उनका यह कहना काफी हदतक सही नजर आता है. 2015 से अब तक पार्टी ने कई नेताओं को मंत्री बनाया लेकिन विवादों से उनका नाता भी जुड़ता चला गया.
लिस्ट में ये नाम
इसके बाद उन मंत्रियों ने या तो इस्तीफा दिया या ले लिया गया. इसकी शुरूआत 2015 से हुई थी और आम आदमी पार्टी की सरकार के पहले मंत्री जिन्होंने इस्तीफा दिया वो जितेंद्र सिंह तोमर थे. फर्जी डिग्री मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और फिर उन्होंने 9 जून 2015 को इस्तीफा दे दिया. इसके बाद 2016 में सुल्तानपुर माजरा से विधायक को संदीप कुमार ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया.
सेक्स सीडी कांड में शामिल होने के बाद उन्होंने मंत्रिमंडल से बाहर किया गया और फिर पार्टी से बाहर कर दिया गया. इसके बाद मंत्री आसिम अहमद खान का इस्तीफा हुआ फिर 15 मई 2017 में मंत्री कपिल मिश्रा का इस्तीफा हुआ. अक्टूबर 2022 में विवाद हुआ और उसके बाद मंत्री राजेंद्र गौतम पाल ने इस्तीफा दिया. यह मूर्ति पूजा विवाद था.
इन बड़े नेताओं को भी देना पड़ा इस्तीफा
इसी साल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 10 अप्रैल को दिल्ली सरकार के मंत्री रहे राज कुमार आनंद को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने पार्टी भी छोड़ दी थी. बात यहीं नहीं रुकती है, पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को भी मंत्री पद छोड़ना पड़ा है और ऐसा दिल्ली के कथित शराब घोटाले के साथ जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस की वजह से हुआ है.
मनीष सिसोदिया का नाम इस लिस्ट में जुड़ता है, जब उन्हें इसी मामले में गिरफ्तार किया गया तो उन्होंने दिल्ली के शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दिया. वह अरविंद केजरीवाल की सरकार में डिप्टी सीएम भी थे. इसके अलावा सतेंद्र जैन को भी इसी मामले में जेल जाने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था.