Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के प्रचार का गुरुवार को अंतिम दिन है. अब पांच अक्टूबर यानी शनिवार को राज्य की सभी 90 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस बार इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के लिए राह आसान नहीं होने वाली है. उन्हें अपने गढ़ में कांग्रेस के भरत सिंह बेनीवाल से कांटे की टक्कर मिल रही है.
दरअसल, अभय चौटाला बीते चार चुनावों से लगातार जीत दर्ज करते हुए आ रहे हैं. अब पांचवीं बार वह फिर से चुनावी मैदान में उतर गए हैं. लेकिन इस बार उनके खिलाफ बीजेपी ने अमीरचंद, जेजेपी ने अंजनी लढा और आम आदमी पार्टी ने मनीष को अपना उम्मीदवार बनाया है. हालांकि ऐलनाबाद सीट पर एक बार फिर से जाट वोटर्स पर नजर होगी.
इस सीट पर पंजाबी, मुल्तानी और अन्य जातियां भी निर्णायक भूमिका में होगी. लेकिन बिना जाट वोटर्स के किसी के लिए अपनी नैया पार लगाना आसान नहीं होने वाला है. हमेशा से ही यहां जाट वोटर्स का दबदबा रहा है. यहां खास तौर पर जाट चौटाला का मुकाबला बेनीवाल समुदाय से आने वाले नेताओं से हुआ है. इस बार फिर से उन्हें भरत सिंह बेनीवाल से कड़ी टक्कर मिल रही है.
बदली हुई तस्वीर
अगर राजनीतिक जानकारों की माने तो 1996 तक कांग्रेस का इस इलाके में दबदबा रहा है लेकिन बीते चार चुनावों में अभय चौटाला के आगे सबको हार झेलनी पड़ी है. अब एक बार फिर से परिस्थितियां बदली हुई नजर आ रही है. कांग्रेस एक बार फिर इस सीट पर वापसी करते हुए अपने पुराने समीकरण को दुरुस्त कर रही है.
जानकार बताते हैं कि अभय चौटाला को इस बार कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है. कांग्रेस के लिए ऐलनाबाद सीट में जीत की उम्मीद भी दिख रही है. स्थानीय लोग बताते हैं कि 27 सालों के बाद ऐसा हो रहा है जब कांग्रेस और इनेलो के बीच कांटे की टक्कर है. इसी वजह से कांग्रेस का हर बड़ा नेता यहां चुनाव प्रचार करने आया है.