Haryana Politics: बीजेपी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को हरियाणा में पर्यवेक्षक बना दिया है. अब इन दोनों ही नेताओं के सामने राज्य में विधायक दल की बैठक होगी और पार्टी का नेता चुनाव जाएगा. हरियाणा में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला है और पहली बार है कि राज्य में किसी पार्टी की लगातार तीसरी बार सरकार बनने जा रही है.
हरियाणा में अब नई सरकार के गठन को लेकर तैयारी तेज हो गई है. मुख्यमंत्री के साथ ही मंत्रियों का शपथ ग्रहण आगामी 17 सितंबर को होगा. इससे पहले 16 सितंबर को विधायक दल की बैठक होगी. इस विधायक दल की बैठक में पार्टी का नेता चुन लिया जाएगा. सीएम नायब सिंह सैनी को फिर से नेता चुना जाना लगभग तय है. सभी विधायकों को 16 और 17 सितंबर को चंडीगढ़ में रहने का आदेश दिया गया है.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह और सीएम मोहन यादव के सामने पार्टी के विधायक दल का नेता चुनाव जाएगा. दूसरी ओर नई सरकार के गठन से पहले मंत्री पद के लिए विधायकों की लाबिंग तेज हो गई है. जानकारों की मानें तो उत्तर और मध्य हरियाणा के विधायक केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के घर और दक्षिण हरियाणा के विधायक केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत के घर हाजिरी लगा रहे हैं.
ये होंगे शपथ ग्रहण में शामिल
दूसरी ओर शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयारी तेज हो गई है. इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया जाएगा. सूत्रों की माने तो असम, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों के ओर से इस शपथ ग्रहण में शामिल होने की स्वीकृति आ गई है. जबकि कुछ केंद्रीय मंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
इस बीच केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत पर प्रेशर पॉलीटिक्स का आरोप लगा है. कुछ जानकारों का दावा है कि अटेली से जीती बेटी और दक्षिण हरियाणा के तीन विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर उनके ओर से दबाव बनाया गया है. हालांकि उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर दिया है और कहा है कि यह खबरें तथ्यहीन और आधारहीन हैं.