Jhansi Medical College: उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई(NICU) में शुक्रवार की रात भीषण आग लग गई। इस घटना में दस मासूमों की जल कर मौत हो गई है. आग इतनी भयावह थी कि जले हुए दस में से तीन बच्चों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर डिप्टी सीएम और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए हैं.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “नवजात शिशुओं की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर हम नवजात शिशुओं के शवों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं. पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी जो स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा. अग्निशमन विभाग की टीम भी इसमें शामिल होगी, तीसरा, मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश भी दिए गए हैं.”
किसी को बख्शा नहीं जाएगा- ब्रजेश पाठक
उन्होंने कहा, ‘आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी. अगर कोई चूक पाई जाती है, तो जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है.’ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था. जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी. यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हम इस बारे में कुछ कह सकते हैं.”
डिप्टी सीएम ने कहा, ‘सात नवजात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, तीन शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. नवजात शिशुओं के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.’ जबकि पीएमओ द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है.
पीएम और सीएम ने दुख व्यक्त किया
PMO ने लिखा, ‘हृदयविदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है. इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है.’
जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा, ‘जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है. जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.’