Parliament Winter Season: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है. यह सत्र आगामी 20 दिसंबर तक चलेगा. सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बात की. उन्होंने एक ओर विपक्ष पर सीधे जुबानी हमला भी बोला है तो दूसरी ओर सभी से संसद सत्र में सहयोगी करने की अपील भी की है.
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले PM मोदी ने कहा, “पुरानी पीढ़ी का काम है आने वाली पीढ़ियों को तैयार करें. लेकिन 80-90 बार जिनको जनता ने नकार दिया है वे न संसद में चर्चा होने देते हैं न लोकतंत्र की भावना का सम्मान करते हैं. न वो लोगों के प्रति अपना दायित्व समझ पाते हैं. वे जनता की उम्मीदों पर कभी भी खरे नहीं उतरते. जनता को उन्हें बार-बार नकारना पड़ रहा है.”
मुट्ठी भर लोगों की हुडदंगबाजी- पीएम
शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले PM मोदी ने कहा, “संसद में स्वस्थ चर्चा हो, ज्यादा से ज्यादा लोग चर्चा में अपना योगदान दें. दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए जिनको जनता ने अस्वीकार किया है, वे संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी से नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं. देश की जनता उनसे सारे व्यवहारों को गिनती है और समय आने पर सजा भी देती है. ”
PM मोदी ने कहा, “लेकिन दुख की बात है कि नए सांसदों के अधिकारों को कुछ लोग दबोच देते हैं. 2024 का ये अंतिम कालखंड चल रहा है. देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में भी लगा है. संसद का ये सत्र अनेक प्रकार से विशेष है. सबसे बड़ी बात है हमारे संविधान के 75 साल की यात्रा, 75वें साल में उसका प्रवेश लोकतंत्र के लिए बहुत ही उज्ज्वल अवसर है.”
उन्होंने कहा कि कल संविधान सत्र में हम सब मिलकर संविधान के 75वें वर्ष के उत्सव की शुरुआत करेंगे. संविधान निर्माताओं ने संविधान का निर्माण करते समय एक एक बिंदु पर बहुत विस्तार से बहस की है और तब जाकर ऐसा उत्तम दस्तावेज हमें प्राप्त हुआ है. शीतकालीन सत्र है और माहौल भी शीत ही रहेगा. 2024 का ये अंतिम कालखंड चल रहा है, देश उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी में भी लगा हुआ है.