Parliament Winter Session: देश में संविधान के 75 साल पूरे होने पर लोकसभा में शुक्रवार से दो दिन की चर्चा शुरू होगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को इस पर अपनी राय रखेंगे. निचले सदन की कार्य सूची में लिखा गया है, “भारत के संविधान की 75 साल की शानदार यात्रा पर चर्चा.” रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संविधान पर बहस की शुरुआत करेंगे. इससे पहले ही जुबानी संग्राम शुरू हो गया है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “यह हमने कहा था कि संविधान पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि असंवैधानिक चीज़े बहुत चल रही हैं. देश में शासन ठीक नहीं है इसलिए हम चाहते थे कि संविधान पर बहस हो ताकि सबको मालूम हो जाए कि सरकार का शासन किस ढंग से चल रहा है और लोगों को संविधान के तहत उनके हक मिल रहे हैं या नहीं.”
लोकसभा में आज संविधान पर होने वाली बहस पर कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, “संविधान पर चर्चा जरूरी है क्योंकि संविधान पर खतरा मंडरा रहा है…इसे लेकर पूरा विपक्ष और देश चिंतित है। इस पर चर्चा बहुत जरूरी है ताकि पूरा सदन अपनी भावना संविधान के समर्थन में व्यक्त कर सके…” राम गोपाल यादव ने कहा, “हम विश्लेषण करेंगे कि सरकार संविधान में लिखी बातों के अनुसार काम कर रही है या नहीं.”
किसने क्या कहा
संविधान पर होने वाली बहस पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “संविधान को सुरक्षित रखना सबकी जिम्मेदारी है. संविधान ही है जो हमें रास्ता दिखाता है, यही संविधान हमें सम्मान दिलाता है. संविधान हमारे PDA परिवार के लिए प्रकाश स्तंभ की तरह है. अब PDA के लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वो संविधान को बचाएं.”
बहस पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने (26 नवंबर को) संविधान दिवस के रूप में मनाने का काम किया है. देश के नौजवानों को संविधान याद रहे. संविधान केवल जेब में रखने की चीज नहीं है, बल्कि संविधान को व्यवहार में लाने की जरूरत है और आज (लोकसभा में संविधान पर) चर्चा भी है.”