ब्रज की वो पावन धरती जहां भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं आज भी भक्तों के बीच जिंदा है चाहे वो वृंदावन हो, बरसाने हो, गोकुल हो आज भी भक्तों के बीच बांके बिहारी के होने का एहसास होता है। ब्रज पहुंचते ही जहां भक्त हर्षोउल्लास के साथ राधारानी के दर्शन के लिए देश दुनिया से लोग पहुंचते हैं । राधा रानी कभी भी अपने भक्तों के ऊपर कष्ट नहीं आने देती, बल्कि उनकी शरण में आए भक्तों पर अपनी करुणामई दृष्टि और कृपा बनाए रखती हैं, वहीं बात करें तो प्रभु की अनेक लीलाएं हैं जो हमें जीवन में बड़ी सीख देती है।
संत प्रेमानंद महाराज की दोनो किडनी है खराब
वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज जी जो राधारानी के उपासक हैं वर्तमान में वे अपने सत्संग व प्रवचनों के माध्यम से सोशल मीडिया पर काफी चर्चित है। अपने सत्संग और साधकों के साथ एकांतिक वार्तालाप में वे उनके किसी भी प्रश्न को आध्यात्मिक सूक्ष्मताओं के साथ बहुत ही सरल तरीके से समझाते हैं।इनके जीवन की सर्वाधिक प्रेरणादायी बात ये है की इनकी दोनो किडनी खराब है और प्रतिदिन डायलासिस होने के बाबजूद भी ये प्रातः 1 से 2 के बीच निद्रा त्याग कर प्रभु चर्चा एवम सत्संग के लिए अपनी कुटिया से निकल कर राधा केली कुंज आश्रम जाते है जहां रास्ते में भक्तो की अपार भीड़ इनके दर्शन के लिए व्याकुल रहती है।
प्रेमानंद महाराज की तबियत अचानक बिगड़ी
बीती रात राधारानी के नाम का जप करने जा रहे संत प्रेमानंद जी की तबियत अचानक बिगड़ने लगी, उन्हें शुक्रवार को सीने में दर्द की शिकायत पर वृंदावन के चैरिटेबल अस्पताल ले जाया गया इस खबर को सुनते ही प्रेमानंद महाराज के दुनिया भर के भक्तों ने उनके स्वास्थ्य को लेकर दुआएं मांगी बाद में जहां डॉक्टरों ने हेल्थ चेकअप के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया और जब भक्तों को उनके स्वस्थ होने की जानकारी मिली तो सभी ने राधा रानी के जयकारे लगाय।
डिस्चार्ज किया गया प्रेमानंद महाराज को
वृंदावन अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट डिपाटमेंट से जुड़े डॉक्टर ने उनका स्वास्थ परीक्षण किया। इस दौरान बताया जा रहा है कि ECG और इको टेस्ट किए गए। करीब 45 मिनट तक स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद जब उनको किसी प्रकार की कोई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत नहीं मिली तो फिर डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल से महाराज जी को डिस्चार्ज करवाने के बाद उनके शिष्य उन्हें आश्रम की गाड़ी में लेकर चले गए।
आपको बता दें की संत प्रेमानंद महाराज के कई प्रवचनों से प्रभावित होकर उनसे जुड़ने वाले अनुयायियों की संख्या अब करोड़ों में पहुंच गईं हैं और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी लाखों फॉलोअर हैं। संत प्रेमानंद महाराज के बारे में बताया जाता है कि उनको किडनी संबंधी समस्या है। बताया जाता है कि महाराज जी के किडनी नहीं हैं। जिसकी वजह से उनको कई बार स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है।