Sharda Sinha Death: प्रसिद्ध लोक गायिका और अपने छठ के गीतों के लिए मशहूर शारदा सिन्हा का मंगलवार की देर रात निधन हो गया है. वह बीते कई दिनों से दिल्ली AIIMS में भर्ती थीं और उनका इलाज चल रहा था. सोमवार को उनकी तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गई थी. इसके बाद उन्हें वेटिंलेटर पर रखा गया था. शारदा सिन्हा का निधन 72 साल की उम्र में हुआ है और उन्होंने रात 9.20 बजे अंतिम सांस ली.
शारदा सिन्हा को बीते 21 अक्टूबर से दिल्ली ऐम्स में भर्ती थी. इससे पहले साल 2017 नवंबर में उन्हें कैंसर की बीमारी का पता चला था, जिसके बाद कई महीने मुंबई में इलाज हुआ. जबकि साल 2018 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. इसके बाद से दिल्ली एम्स में उनका इलाज हो रहा था. शारदा सिन्हा को मल्टीपल मायलोमा से ग्रस्त थी. उन्हें सोमवार को एम्स में आईसीयू में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था.
वहीं पीएम नरेंद मोदी ने कहा कि सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं. आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी. उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!
इन भाषाओं में गाए गीत
जबकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर बयान जारी किया. उन्होंने प्रसिद्ध लोकगायिका के निधन पर दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की कोकिला शारदा सिन्हा मशहूर लोक गायिका थीं. उन्होंने मैथिली, बज्जिया और भोजपुरी के अलावा हिंदी में भी गीत गाए हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर कहा कि प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!