Sukhbir Singh Badal: अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में गोलियां चलाई गईं हैं. यहां शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल समेत पार्टी के नेता ‘सेवा’ कर रहे थे. इस दौरान उन्हें गोली मारने की कोशिश की गई. पुलिस ने हमलावर की पहचान नारायण सिंह चौरा के रूप में की है, जिसे लोगों ने काबू कर पकड़ लिया है. लोगों द्वारा पकड़े जाने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
सुखबीर सिंह बादल पर हमले की कोशिश करने वाले आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस ने उसकी साजिश का नाकाम कर दिया है. हमला करने वाला नारायण सिंह चौरा ने पास आकर उन्हें गोली मारने की कोशिश कर रहा था. पुलिस ने पहले उनकी सुरक्षा के लिहाज से घेरा बना रखा था. इससे पहले की नारायण सिंह कोई बड़ी वारदात कर पाता पुलिस कांस्टेबल ने देखते ही उसको काबू कर लिया.
हर एंगल से जांच जारी- कमिश्नर
इस घटना पर अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा, “सुखबीर सिंह बादल जी जो यहां सेवा कर रहे थे उनके लिए हमने सुरक्षा कड़ी की हुई है. उसमें AIG लेवल के एक अधिकारी, 2 SP, 2 DSP और पौने 200 के करीब बल तैनात हैं. हमारे पुलिस बहुत अलर्ट थे उसी वजह से ये वारदात असफल हुआ. इसमें नारायण सिंह चौड़ा (हमलावर) जिनका पुरान आपराधिक रिकॉर्ड है उनको गिरफ्तार किया गया. मामला दर्ज कर हर एंगल से जांच की जा रही है.”
वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, “यह बेहद दुखद है कि उन्हें (शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल) मारने की कोशिश की गई है.” बता दें कि अकाल तख्त ने पंजाब में 2007 से 2017 तक शिरोमणि अकाली दल की सरकार द्वारा की गई ‘गलतियों’ के लिए सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक सजा सुनाई है. ‘तनखा’ (धार्मिक सजा) के अनुसार स्वर्ण मंदिर के द्वार पर गले में पट्टिका और हाथ में भाला लिए बैठे थे.